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Showing posts from September, 2022

षष्ठी: मां कात्यायनी

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  षष्ठी: मां कात्यायनी मां पार्वती ने राक्षस महिषासुर का वध करने के लिए देवी कात्यायनी का रूप धारण किया था। यह देवी पार्वती का सबसे हिंसक रूप है, इस रूप में देवी पार्वती को योद्धा देवी के रूप में भी जाना जाता है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार देवी पार्वती का जन्म ऋषि कात्या के घर पर हुआ था और जिसके कारण देवी पार्वती के इस रूप को कात्यायनी के नाम से जाना जाता है। नवरात्रि उत्सव के षष्ठी को इनकी पूजा की जाती है। इस दिन साधक का मन ‘आज्ञा चक्र‘ में स्थित होता है। योगसाधना में इस आज्ञा चक्र का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान है। इस चक्र में स्थित मन वाला साधक माँ कात्यायनी के चरणों में अपना सर्वस्व निवेदित कर देता है। परिपूर्ण आत्मदान करने वाले ऐसे साधक को सहज भाव से माँ के दर्शन प्राप्त हो जाते हैं। #navratrifestival #meditation #sadhna #prosperity #MaaKatyayani

पंचमी: मां स्कन्दमाता

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  पंचमी: मां स्कन्दमाता "या देवी सर्वभूतेषु मां स्कन्दमाता रूपेण संस्थिता। नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः॥" जब मां पार्वती भगवान स्कंद की माता बनीं, तभी से माता पार्वती को स्कंदमाता के रूप में जाना जाता है। वह कमल के फूल पर विराजमान होती हैं और इसी वजह से स्कंदमाता को देवी पद्मासना के नाम से भी जाना जाता है। देवी स्कंदमाता का रंग शुभ्र है, जो उनके श्वेत रंग का वर्णन करता है। जो भक्त देवी के इस रूप की पूजा करते हैं, उन्हें भगवान कार्तिकेय की पूजा करने का लाभ भी मिलता है। भगवान स्कंद को ही कार्तिकेय के नाम से भी जाना जाता है। स्कंदमाता की पूजा करने वाले साधकों को मोक्ष, शक्ति, समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है। सूर्य के तेज से युक्त स्कंदमाता अपने साधकों की सभी मनोकामनाएं पूरी करती हैं। जो भी साधक निस्वार्थ भाव से स्कंदमाता के प्रति समर्पित होता है वह जीवन की सभी उपलब्धियों को प्राप्त करता है। स्कंदमाता की पूजा करते समय, साधकों को अपनी इंद्रियों और मन पर पूर्ण नियंत्रण रखना चाहिए। उसे सांसारिक बंधनों से मुक्त होना चाहिए और एकाग्र भक्ति के साथ माता की पूजा करनी चाहिए। स...

'शक्ति' के हाथ में शस्त्रों का क्या है रहस्य?

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  'शक्ति' के हाथ में शस्त्रों का क्या है रहस्य? नवरात्रि हिंदू धर्म में नवरात्रि पवित्र और प्रमुख त्योहारों में से एक है। शारदीय नवरात्रि के नौ दिनों में माता दुर्गा के नौ रूपों की पूजा की जाती है। इस त्योहार को देश भर में बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। इन 9 दिनों में गरबा एवं डांडिया नाईट और मेले का आयोजन भी किया जाता है। इस वर्ष की शारदीय नवरात्रि का उत्सव 26 सितंबर 2022 से शुरू होकर 4 अक्टूबर को समाप्त होगा। इसके बाद 10वें दिन दशहरा का त्यौहार मनाया जाएगा। धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक देवी दुर्गा को समस्त भगवानों में सबसे शक्तिशाली माना जाता है। माता रानी के इस रूप की 9 भुजाओं में शस्त्र और एक भुजा में कमल होता है। मां दुर्गा इन हथियारों से अपने भक्तों को बुरी ताकतों से बचाती हैं। भगवानों से जुड़ी हर चीज के पीछे कोई न कोई कारण जरूर होता है। अब सवाल यह उठता है कि माता रानी कि दस भुजाओं में जो अस्त्र-शस्त्र हैं, यह किस चीज के प्रतीक हैं। ईश्वर कोई भी काम बिना किसी वजह के नहीं करते हैं; उनकी हर कृत में मानवता का उद्धार और कोई न कोई रहस्य जरूर छिपा होता है। आज हम आपको माता रानी की...

Benefits Of Meditation In The Body

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Benefits Of Meditation In The Body If you have enrolled in a yoga class and have been in meditation for the last few minutes, it is nothing but to calm your monkey mind. Our minds are constantly moving to certain thoughts and ideas. It continuously thinks about life, decisions, deadlines, people, situations, etc. If you start practicing meditation, you will train yourself to focus on the awareness of the present, and it will achieve your Zen. Understand the process of meditation There is a sense of calmness, which is also good for the health. The western medicine field also gives recognition to the practice of yoga. It has continuous growth in the overall health impact, and you will feel happy about it. Patients now suffering long from anybody ailments also indulge in meditation to calm the mind and get clarity in life. It has no side effects, and you can   practice meditation   at a very nominal charge or free of cost. In overall well-being, meditation plays an important role...