कष्टों और मुसीबतों से कैसे मुक्ति पाएं?

 


कष्टों और मुसीबतों से कैसे मुक्ति पाएं?
मनुष्य के जीवन में सुख-दुःख दोनों ही मौजूद होते हैं। यह विधि के विधान के कारण नहीं बल्कि हमारे अपने कर्मों की वजह से होते हैं। हमारे जीवन में जो भी परेशानी बनी हुई है, उसके पीछे हमारे संचित कर्म ही हैं। जब तक व्यक्ति अपने इन संचित कर्मों को नष्ट नहीं कर पाता है, तब तक उसके जीवन में सुख-शांति आना असंभव है। जब हम साधना के माध्यम से अपने कर्मों को नष्ट कर लेंगे, उसी दिन हमें अंदर से परमशांति का अनुभव हो पाएगा। जिसे आध्यात्म की भाषा में सत-चित-आनंद कहते हैं। इसी सत-चित-आनंद की अवस्था को प्राप्त करने के लिए शिवयोग की साधनाओं को हम जीवन में अपनाकर, अपने अंतर मन को शिवा काॅन्शियस माइंड में प्रवेश कराते हैं। जिसके बाद हमें परमशांति की अनुभूति होती है और हमारे जीवन की सभी परेशानियां एक-एक करके रिलीज होती जाएंगी।

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