क्यों जरूरी है स्वयं की शुद्धि?


क्यों जरूरी है स्वयं की शुद्धि?

मनुष्य जीवन कोई न कोई नया काम सफलता प्राप्त करने के उद्देश्य से ही करता है। लेकिन कभी-कभी उसे सफलता की जगह निराशा ही हाथ आती है। जिसे वह मायूस होकर ईश्वर को ही कोसना शुरू कर देता है। जबकि वह वास्तविकता से जान बूझकर अनजान बन जाता है। शिवयोग कहता है कि जब तक मनुष्य अपने शरीर और मन की शुद्धि नहीं करता, तब तक उसकी प्रार्थना ईश्वर तक नहीं पहुंचती। क्योंकि उसके मन व्याप्त विकार और उसके संचित कर्म उसके भाग्य को दुर्भाग्य में बदलते रहते हैं। इसलिए किसी भी काम को शुरू करने से पहले शुद्धि बेहद जरूरी होती है। जब हम साधना के माध्यम से अपने शरीर और मन की शुद्धि कर लेते है, तब हमारी हर प्रार्थना ईश्वर स्वीकार कर, हमारे लिए सफलता के मार्ग खोल देता है।

#shivyogwisdom #innerpurification #consciousness #awareness #spirituality

Comments

Popular posts from this blog

कुण्डलिनी जागृत होने से क्या होता है?

कष्टों और मुसीबतों से कैसे मुक्ति पाएं?

ECHOES OF ETERNITY: TAPPING INTO TIMELESS WISDOM AND ETERNAL TRUTHS