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Showing posts from July, 2023

जीवन में ठहराव क्यों जरूरी है?

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  जीवन में ठहराव क्यों जरूरी है? वैसे तो व्यक्ति का मन बहुत ही चंचल होता है, यह सभी जानते हैं। उसी मन की कल्पना से व्यक्ति जीवन भर भटकता रहता है, जिसके कारण वह अपने लक्ष्य को लेकर कभी भी गंभीर नहीं हो पाता। जिसके कारण व्यक्ति इस प्राप्त हुए अनमोल जीवन को व्यर्थ में ही गुजार देता है। इस लिए शिवयोग में व्यक्ति को अपने आप में स्थिरता लाने की बात कही गई है। हालांकि कुछ अल्पज्ञानी लोग स्थिरता का अर्थ बेबसी से जोड़ लेते हैं। जबकि इसका बेबसी से कोई लेना देना नहीं है। स्थिरता का अर्थ तो ठहराव होता है और जब तक यह ठहराव व्यक्ति के जीवन में नहीं आता, तब तक व्यक्ति अपने अंदर मौजूद अनंत की शक्तियों और सूर्य के समान चमकने वाले भावों को नहीं पहचान पाता है। इन अनंत की शक्तियों के सहारे ही हम ईश्वर से संबंध स्थापित कर सकते हैं। #shivyogwisdom #awareness #motivation #mindfulness #imagination #consciousness

आनंदमय जीवन के लिए क्या करें?

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  आनंदमय जीवन के लिए क्या करें? इस संसार में हर एक व्यक्ति के जीवन में कोई न कोई लक्ष्य होता है जिसको प्राप्त करने के लिए व्यक्ति प्रतिदिन कर्म भी करता है। जब कर्म करने के बाद भी उसे लक्ष्य की प्राप्ति नहीं होती है तो वह हताश हो जाता है और असफलता का दोष ईश्वर को देने लगता है। लेकिन यदि वह व्यक्ति आध्यात्म के सहारे और नियमों के अनुसार जीवन यापन करे तो वह लक्ष्य को प्राप्त करने के साथ-साथ जीवन को भी बहुत बेहतर बना सकता है क्योंकि आध्यात्म से व्यक्ति अपने मूल स्वरूप को अनुभव करता है और अपने सरल और सहज स्वभाव को प्राप्त कर लेता है। अपने सहज स्वरूप को पा कर व्यक्ति अपने जीवन को पूर्णता से जी पाता है। इस प्रकार आध्यात्म से ही जीवन में शांति और आनंद का अनुभव प्राप्त होता है। आध्यात्म हमें ढोंग और आडम्बर से बचाता है जो कि अहंकार पर आधारित है और अहंकार ही है जो हमारी जीवंतता को खा जाता है। #shivyogwisdom   #mindfulness   #spirituality   #awareness   #divineconnection   #peaceofmind

अंतर्यात्रा क्यों आवश्यक है?

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अंतर्यात्रा क्यों आवश्यक है? मनुष्य देश-विदेश घूमकर जिस परमात्मा को खोजता है, वास्तव में वह उसके भीतर ही विद्यमान हैं। वेदों में कहा गया है ‘‘अहम् ब्रह्मास्मि’’ जिसका अर्थ है - मैं ही ब्रह्म हूं। मानव के पांच शरीर होते हैं, जो दिखता है, वह स्थूल शरीर है । इसके अलावा प्राण शरीर, मनोमय कोष, ज्ञानमय कोष और आनन्दमय कोष होते हैं जिन्हे ऊर्जा शरीर कहते हैं। जब एक सद्गुरु के सानिध्य में वह गहरे ध्यान में जाता है और अपने आनन्दमय कोष का अनुभव करता है तब उसे उस सत्- चित्त्- आनन्द की अनुभूति होती है। पंच तत्वों के साथ गुरु और शिव तत्व भी हमारे शरीर में ही विद्यमान होते हैं। गुरु तत्व जागृत होने पर उस परम तत्व यानि परमात्मा से भी साक्षात्कार हो जाता है। #shivyogwisdom #innerwork #meditation #awareness #consciousness

Harnessing the Power of Collective Spirituality for Healing and Transformation | Shiv Yog

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  Harnessing the Power of Collective Spirituality for Healing and Transformation | Shiv Yog In the realm of spiritual teachings, Shiv Yog and the Yoga of Immortals reveal the immense potential of collective spirituality for healing and growth. When individuals unite with shared intentions and connect to the universal consciousness, profound transformations unfold. Let us explore the teachings that shed light on the benefits of embracing collective spirituality: 1. Amplified Energy: Collective spiritual practices intensify the energy, speeding up healing and removing obstacles. 2. Unity and Connection: Group spirituality fosters a sense of belonging, support, and guidance for personal growth. 3. Ripple Effect: Positive vibrations from the group spread, contributing to healing and uplifting humanity. 4. Expanded Awareness: Collective spirituality expands individual consciousness, opening doors to higher levels of understanding. 5. Synchronicity and Alignment: Group energy creates ...

खुशहाल जीवन आपका हक है!

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  खुशहाल जीवन आपका हक है! शास्त्रों में कहा गया है कि ‘मनुष्य स्वयं अपने भाग्य का निर्माता होता है’। क्योंकि जब विपरीत परिस्थितियों व अनजाने में कोई गलत कर्म कर जाता है तो उसके कर्म और भारी हो जाते हैं। इन कर्मों को अनुकूल बनाने के लिए व्यक्ति को क्या करना चाहिए। इसका ज्ञान हमें शिवयोग में मिलता है। शिवयोग कहता है कि केवल मनुष्य को ही चुनने का अधिकार है कि वह क्या चाहता है। इस लिए उसे अपने विचारों को दुःखों में ना लगाकर, यह सोचना चाहिए कि वह कैसा जीवन चाहता है। जिसमें स्वास्थ्य से लेकर हर चीज के बारे में उसने विचार किया हो, तभी वह फलीभूत होगा। #shivyogwisdom #happiness #mindfulness #health #meditation