Posts

Showing posts from January, 2023

आपसे सच्चा प्रेम कौन करता है?

Image
  आपसे सच्चा प्रेम कौन करता है? बच्चों को एक उम्र तक यह लगता है कि उनके माता-पिता उन्हें कम प्रेम करते हैं क्योंकि भारतीय संस्कृति के अनुसार प्रत्येक माता-पिता अपने बच्चों को बहुत प्यार तो करते हैं लेकिन उस प्यार का दिखावा नहीं करते। कभी-कभी बच्चों को उचित मार्ग पर लाने के लिए और उनकी गलती का आभास कराने के लिए अभिभावक अपने बच्चे को डांट भी लगाते हैं। इससे बच्चों के मन में यह भ्रम बैठ जाता है कि उनके माता-पिता उनसे कम प्यार करते हैं। इसके विपरीत माता-पिता ही इस दुनिया में अपने बच्चों के सच्चे हितैषी हैं। वे अपने बच्चों को अत्याधिक प्रेम करते हैं और सदा उनकी मंगल कामना करते हैं। इसका प्रमाण यह है कि जीवन के हर पड़ाव में माता-पिता हमारे शुभ के लिए चिंतित और प्रयासरत बने रहते हैं। इसलिए शिवयोग में प्रत्येक व्यक्ति का पहला कर्तव्य अपने माता-पिता को सुखी रखना और सम्मान देना बताया गया है। माता पिता का शुभ आशीर्वाद ही सुखी जीवन का मार्ग खोलता है। माता पिता की सेवा सुश्रुषा से ही मातृ- पितृ ऋण से मुक्ति संभव है और इस मुक्ति के बाद ही आध्यात्मिक जीवन में प्रगति संभव है। #shivyogwisdom #uncon...

आपके जन्म लेने का उद्देश्य क्या है?

Image
  आपके जन्म लेने का उद्देश्य क्या है? इस संसार में हर व्यक्ति जो जन्म लेता है, उसका एक उद्देश्य होता है। जैसा कि हमने शास्त्रों में पढ़ा है कि समय समय पर ईश्वर भी मानव शरीर धारण करते रहे हैं। उनके जन्म लेने का भी एक विशेष उद्देश्य होता है और उस उद्देश्य की पूर्ति करने के बाद वह अपने स्थान के लिए प्रस्थान कर लेते हैं। उसी प्रकार मानव के भी जन्म लेने का भी एक उद्देश्य होता है। जिसकी पूर्ति करने के लिए वह न जाने कितने हजारों वर्षों से हम जन्म लेते हैं, जीवन जीते हैं और उस उद्देश्य की पूर्ति किए बिना ही मृत्यु की चपेट में आ जाते हैं। इस लिए हम बार-बार जन्म-मरण के चक्र में फंस कर रह गए हैं। जो व्यक्ति यह सोच लेता है कि उसने यह जन्म क्यों लिया है या उसे यह जन्म क्यों मिला है। तब हमें आत्मज्ञात होता है। जो व्यक्ति इस उद्देश्य की प्राप्ति कर, आत्मा का परमात्मा से विलय करा लेता है। वह व्यक्ति सिद्धत्व को प्राप्त कर जन्म-मरण के बंधन से मुक्त हो जाता है। #shivyogwisdom #lifegoals #lifelessons #mentalhealth #mindfulness

हर हाल में खुश कैसे रहें?

Image
  हर हाल में खुश कैसे रहें? शिवयोग हमें सिखाता है कि "जेहि विधि राखे, उस विधि रहिए। मतलब हर परिस्थिति में हमें ईश्वर पर पूर्ण विश्वास रखना चाहिए कि वह हमें जैसा रखेगा वैसा ही हमारे लिए सर्वोत्तम है। हमारी खुशहाली का ध्यान उस परमपिता को स्वयं है, ऐसा दृढ़ भरोसा हमको रखना चाहिए। जो लोग परमेश्वर पर विश्वास नहीं रखते वे जीवन में अक्सर छोटी-छोटी हानियों पर अत्यंत दुःखी हो जाते हैं और इस  कारण उनके मन में नकारात्मक ऊर्जा का प्रभाव बढ़ने लगता है। सकारात्मक ऊर्जा घटती चली जाती है और वह अपने ईष्ट से भी दूर होता चला जाता है। वह ईष्या, क्रोध आदि विकारों में फंसता जाता है और नकारात्मकता उसके ऊपर हावी होती चली जाती है। इस तरह जीवन में कष्टों का आना शुरू हो जाता है और जीवन असफलता की ओर चल पड़ता है। #shivyogwisdom #happiness #unconditionallove #positivethinking #mentalhealth

भ्रम से ब्रह्म की यात्रा कैसे करें?

Image
  भ्रम से ब्रह्म की यात्रा कैसे करें? अध्यात्म मनुष्य को सांसारिक माया और प्रपंचों के अंधकार से निकालकर वास्तविक सत्य से परिचित कराता है। संसार की माया इतनी घनीभूत है कि जिस लिए ईश्वर ने यह जीवन हमें दिया है उसके मूल से हम भटक जाते हैं। हम संसार के इस मायाजाल में पूरी तरह से उलझ जाते हैं और इसमें खो जाते हैं जिसका हमारे वास्तविक मूल से दूर-दूर तक लेना-देना नहीं होता। हम भौतिक सुख को ही वास्तविक सुख मान बैठते हैं और इसके चलते हम जीवन में तृष्णा और ईर्ष्या को अपना कर कष्टों को न्यौता दे बैठते हैं। अध्यात्म हमें इन मिथ्या और तुच्छ मानवीय विकारों से निकालकर सर्वश्रेष्ठ, परम शुद्ध और सर्वोच्च चेतना यानि कि परब्रह्म से जोड़ता है जो कि हमारा अंतिम सत्य है। अध्यात्म के सहारे हम जीवन के कर्तव्यों का निर्वाहन करते हुए आनंद की अनुभूति कर पाते हैं। इस आत्मा को उस परमात्मा से विलय कर, जन्म-मरण के चक्र से मुक्त हो मोक्ष की प्राप्ति कर सकते हैं। अध्यात्म ही हमें लोभ, मोह, अहंकार, काम व क्रोध जैसे निचले स्तर के मानवीय विकारों से मुक्ति दिलाता है। अध्यात्म के मार्ग पर चलकर ही सिद्धों ने सिद्धत्व की ...

कटु अनुभवों का त्याग क्यों जरूरी है?

Image
  कटु अनुभवों का त्याग क्यों जरूरी है? मनुष्य जीवन में तब तक उन्नति और मूल उद्देश्य की पूर्ति नहीं कर सकता, जब तक उसके मन में क्षमा और दया का भाव नहीं होता। क्योंकि जब तक मनुष्य के मन में बैर का भाव व्याप्त होता है तब तक वह इस संसार में जन्म-मरण के चक्र में फंसकर रह जाता है और अपने जीवन के मूल उद्देश्य से भटक जाता है। इस लिए मनुष्य को चाहिए कि यदि कोई उसका अपमान कर देता है या कटु वचन बोलता है तो वह उसे तुरंत क्षमा कर दें। क्योंकि अपने मन में उसके प्रति बैर भावना रखने से वह ईश्वर प्रेम से सराबोर नहीं हो पाते हैं और बाकी सब उसको तुच्छ समझ कर उसकी उपेक्षा कर देते हैं। इसी लिए सिद्धों ने कहा है कि यदि समाज भक्तिमय आध्यात्मिकता को अपनाता है, तो सभी लोग सदैव सुखी रह सकेंगे। #shivyogwisdom #awareness #mindfulness #meditation #consciousness

हर परेशानी का समाधान आपके पास है!

Image
  हर परेशानी का समाधान आपके पास है! परेशानी यानि समस्या यह हम सब के जीवन में बनी ही रहती है। हम परेशान क्यों है इसका भी अंदाजा हम सबको भली-भांति होता है। लेकिन हम कितने परेशान हैं, इसका अंदाजा हमें नहीं होता है। क्योंकि जिस दिन हम यह समझने में सक्षम हो जाएंगे, उस दिन हम अपनी समस्याओं का निदान पहले से पहले ही कर लेंगे। जिस दिन हम शिवयोग की ध्यान और साधना को अपने जीवन का अहम हिस्सा बना लेंगे, उस दिन हम जीवन में आने वाली परेशानियों के निदान का रास्ता पहले ही खोज लेंगे और परेशानियों से निकलकर खुशहाल जीवन जीने का मार्ग खोज लेंगे। शिवयोग की ध्यान और साधना की क्रियाओं का जब हम अपने जीवन में अनुसरण करते हैं तो ये क्रियाएं हमारी अध्यात्मिक चेतना का स्तर बढ़ा देती हैं। जिसके कारण हर समस्या से निपटने के लिए हमारा आत्मबल मजबूत रहता है। #shivyogwisdom #awareness #meditation #consciousness #mentalhealth

𝗕𝗘 𝗦𝗨𝗖𝗖𝗘𝗦𝗦𝗙𝗨𝗟 𝗜𝗡 𝗘𝗩𝗘𝗥𝗬𝗧𝗛𝗜𝗡𝗚 𝗬𝗢𝗨 𝗗𝗢

Image
  𝗕𝗘 𝗦𝗨𝗖𝗖𝗘𝗦𝗦𝗙𝗨𝗟 𝗜𝗡 𝗘𝗩𝗘𝗥𝗬𝗧𝗛𝗜𝗡𝗚 𝗬𝗢𝗨 𝗗𝗢 Have you ever felt that whole others are constantly achieving something or the other, checking off something from their to-do list, you are not? Do you feel the need to achieve more milestones in your life? Are there some things that you have been wanting to achieve for quite some time, you see people around you achieving them, but those things remain elusive for you? For example – weight loss, a competition, a financial investment or any other goal. Many times certain thoughts cross our mind such as ‘it is impossible to regulate my diet’, ‘I just cannot exercise or meditate’, ‘it is impossible to get up early in the morning’ etc. These thoughts crop up when we read, see or hear the importance of these things. The truth is that we all know what is good for us and have wonderful goals set in our minds. Our intentions are great, our knowledge is good but unfortunately we do not know how to manifest these goals. The fol...